पापा
प्यारे पापा सच्चे पापा,
बच्चो के संग बच्चे पापा
करते हैं पूरी हर इच्छा
मेरे सबसे अच्छे पापा
पापा ने ही तो सिखलाया,
हर मुश्किल में बन कर साया
जीवन जीना क्या होता है,
जब दुनिया में कोई आया
ऊँगली को पकड़ कर सिखलाता,
जब पहला कदम भी नहीं आता
नन्हें प्यारे बच्चे के लिए,
पापा ही सहारा बन जाता
जीवन के सुख-दुख को सह कर,
पापा की छाया में रह कर
बच्चे कब हो जाते हैं बड़े,
यह भेद नहीं कोई कह पाया ।
दिन-रात जो पापा करते हैं,
बच्चे के लिए जीते मरते हैं
बस बच्चों की खुशियों के लिए,
अपने सुखों को हरते हैं
प्यारे पापा के प्यार भरे
सीने से जो लग जाते हैं
कहती हूँ विश्वास करो,
जीवन में सुख पाते हैं ?
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