आदत पड़ जाए तो बदलना मुश्किल
राम अपने दयालु व सहृदय स्वभाव के लिए पूरे गांव में विख्यात था। वह किसी को भी विपत्ति में नहीं देख सकता था। हर किसी के लिए उसके मन में प्रेम भाव था। । सर्दियों के दिन थे, कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। ऐसा लगता था कि हर चीज यथास्थान पर
जमी पडी हो। एक दिन प्रातः काल रामू किसी काम से कहीं जा रहा था तो उसे रास्ते में एक विषैला सांप दिखाई पड़ा। अत्यधिक ठंड के कारण वह सिकुड़ा हुआ बेजान-सा प्रतीत हो रहा था।
राम उसके पास गया। उसने सांप को उठाकर देखा तो उसमें जीवन के अंश नजर आए। सांप की यह दशा देख रामू के मन में दयाभाव उभर आया।
राम उस सुन्न पड़े सांप को उठाकर घर ले आया और आग सुलगाकर उसके पास रख दिया। आंच की तपिश पाकर विषैला सांप हिलने-डुलने लगा। कुछ ही क्षण बाद वह अपना फन फैलाकर कुंडली मारकर बैठ गया।
सच कहा गया है कि दुष्ट अपनी दुष्टता कभी नहीं छोड़ता। जैसे ही रामू उसके सामने । आकर बैठा तुरंत उस दुष्ट सांप ने उसको डंस लिया।
रामू छटपटाने लगा। उसे आभास हो गया कि अब मेरी मृत्यु निश्चित है। अतः पछताते हुए . वह सोचने लगा-'काश! मुझे इस दुष्ट पर दया न आती तो मेरा यह हश्र न होता। यही -सोचते-सोचते रामू ने अपने प्राण त्याग दिए।
शिक्षा-:
भलाई करना निस्संदेह अच्छी बात है। लेकिन भलाईउसी के साथ करें, जो बदले में भला ही करे।
english translation
Hard to change if habit gets
Rama was known throughout the village for his kind and gentle
nature. He could not see anyone in distress. He had a love for everyone. . It
was winter, it was freezing. It seemed that everything in place
Be
frozen One day Rama was going somewhere for some work, then he saw a venomous
snake on the way. Due to extreme cold, he appeared to be lifeless Ram went to
him.
When he saw the snake, he saw parts of life in it. Seeing
this condition of the snake, kindness emerged in Rama's mind.
Rama took the stunned snake home and brought it to the fire
and kept it near him. The poisonous snake started shaking after getting the
heat. After a few moments he spread his fun and sat down by hitting the
horoscope.
Truth has been told that the wicked never give up their
wickedness. As soon as Rama in front of him. The evil snake came and
stung him.
Rama started flirting. He realized that my death is certain
now. Hence, regretting it. He started thinking - ' If I had no pity on this
wicked, I would not have met this fate. Thinking this, Rama gave up his life.
Moral of the story-:
if you like this story please do comment below-:Doing good is undoubtedly a good thing. But wellDo the same with the one who does well in return.
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